जिये हुए लम्हो को ज़िंदगी कहते है, जो दिल को सुकून दे उसे खुशी कहते है, जिसके होने की ख़ुसी से जिंदगी मिले ऐसे ही रिस्तो को हम दोस्ती कहेते है
तेरी यारी में हम कुछ बिगड़ से गए शरीफ तो वैसे भी थे नहीं अब एक्स्ट्रा कमीने हो गए.
No comments:
Post a Comment